मैं हमदर्द इन्सान हूँ ,
मैं हिम्मत से जवान हूँ ,
मैं जज़्बातों का किसान हूँ ,
मैं ताक़त से शक्तिमान हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं शक्ति की मशाल हूँ ,
मैं देश भक्ति की मिसाल हूँ ,
मैं अपनी सोच से तर्क हूँ ,
मैं रहता हमेशा सतर्क हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं सिर्फ़ देश का हूँ ,
मैं एक ही भेष का हूँ ,
मैं अनुशासन की मूर्त हूँ ,
मैं समझ की सूरत हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं मन से भक्त हूँ ,
मैं अन्दाज़ से सख़्त हूँ ,
मैं देश प्रेम का आवास हूँ,
मै निश्चल भक्ति का निवास हूँ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं विपत्ति मैं शक्ति पुत्र हूँ ,
मैं सशस्त्र शांति का दूत हूँ ,
मैं न्यायिक पक्ष रखता हूँ ,
मैं देश सेवा ही लक्ष्य समझता हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं अभी मैं जीता हूँ ,
मैं सभी के लिए जीता हूँ ,
मैं भले एक तन में हूँ,
मैं समझता सब का मन हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं हर आँसू का मोल समझता हूँ,
मैं हर दर्द की दवा रखता हूँ,
मैं मुसीबत में क़दम रखता हूँ,
मैं ख़ुशी को ला कर रुकता हूँ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं मृत्यु से नहीं डरता हूँ ,
मैं देश धर्म के कर्म करता हूँ,
मैं देश पे जान न्योछावर करता हूँ ,
मैं झण्डे को कफ़न करता हूँ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं सोम नाथ शर्मा हूँ ,
मैं विक्रम बतरा हूँ ,
मैं मनोज पांडे हूँ ,
मैं अब्दुल हमीद हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
मैं अजर हूँ,
मैं अमर हूँ,
मैं देश का स्वाभिमान हूँ,
मैं अमर जवान हूँ ,
मैं एक वीर सैनिक हूँ ।
— डाक्टर अरुण कुमार शुक्ला
निदेशक लॉ मिलिटेयर अकैडमी व ऐल्बट्रास अकैडमी प्राइवट लिमिटेड।( सैन्य अभियर्थी प्रशिक्षण केंद्र )